Kavi Dhaval
कवि धवल
अपभ्रंश साहित्य के प्रबंध काव्य रचनाकारों में कवि धवल का नाम बहुत सनमान के साथ लिया जाता है। कवि धवल के पिता का नाम सूर और माता का नाम केसुल्ल था। इनके गुरु का नाम अम्बसेन था। धवल कवि ब्राह्मण कुल में उत्पन्न हुए थे परंतु वे बाद में जैन धर्म अनुयायी हो गए थे। इनका समय लगभग 11वी शताब्दी माना गया है। इनकी एकमात्र रचना हरिवंश पुराण उपलब्ध है। इस ग्रंथ में 122 संधियां हैं तथा इस ग्रंथ में अनेक प्रकार के छंदों, अलंकारों और साहित्य की अनेक विधाओं का प्रयोग किया गया है।